नई दिल्ली. एक वायरल मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं बोर्ड की परीक्षा खत्म कर दी है, अब सिर्फ 12वीं में ही बोर्ड परीक्षा देनी होगी. लेकिन भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय ने इस खबर का खंडन किया है. फैक्ट चैक ऑर्गेनाइजेशन पीआईबी फैक्ट चैक ( PIB Fact Check) ने इस मैसेज को फेक बताया है.
पीआईबी फैक्ट चैक ने ट्वीट कर रहा, ‘एक मैसेज में दावा किया गया है कि नई शिक्षा नीति के अनुसार अब केवल 12वी कक्षा में बोर्ड की परीक्षाएं होंगी और 10वी कक्षा में बोर्ड परीक्षा का कोई प्रावधान नहीं होगा. #PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है. शिक्षा मंत्रालय ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है.’
PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 8799711259 पर या pibfactcheck@gmail.com पर मेल किया जा सकता है.
देखें ट्वीट-
बता दें कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी थी. यह 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है. यह 34 साल पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986 की जगह लेगी.
केंद्र सरकार की ओर से 34 साल पुरानी व्यवस्था को बदलते हुए नई शिक्षा नीति 2020 (New Education Policy 2020) का ऐलान किया जा चुका है. इसके तहत अब छात्र-छात्राओं को साल में दो बार परीक्षाएं देने का मौका मिल सकेगा.
बोर्ड परीक्षाओं को आसान बनाया
नई शिक्षा नीति ने दसवीं और बारहवीं के बोर्ड एग्जाम को आसान कर दिया है. इस कड़ी में सभी छात्र-छात्राएं साल में दो बार बोर्ड एग्जाम दे सकेंगे.
इस नीति की तमाम खास बातों में से एक ये है कि नई शिक्षा नीति में पांचवीं तक और जहां तक संभव हो सके आठवीं तक मातृभाषा में ही शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी. नई शिक्षा नीति से जुड़ी बाकी खबरों के लिए New Education Policy टैग पर क्लिक करें.