इंदौर. आर्मी कैंटीन से निकली शराब का झांसा देकर बाजार में अवैध शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त हो गई है. इस क्रम में इंदौर पुलिस ने 3 शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो शराब की बोतलों पर नकली स्टिकर लगाकर उसे बाजार में बेच देते थे. ये शातिर तस्कर अवैध शराब को आर्मी कैंटीन का माल बताकर लोगों से पैसे ऐंठ लेते थे. बाजार में नकली शराब मिलने की लगातार आ रही शिकायतों के आधार पर आबकारी विभाग और situs judi slot online gampang menang आर्मी की इंटेलीजेंस विंग की टीम ने योजना बनाकर इन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है.
आर्मी इंटेलिजेंस विंग और आबकारी विभाग की संयुक्त कार्रवाई के दौरान तस्करों के पास से अवैध शराब से भरी 50 बोतलें भी जब्त की गई हैं. आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त राजनारायण सोनी ने बताया कि ये आरोपी शराब की बोतलों पर नकली टैग लगाकर बेच देते थे. पिछले कुछ दिनों से बाजार में नकली स्टिकर लगी बोतलों की बिक्री की शिकायतें लगातार मिल रही थीं. विभाग ने मामले की जांच कराई तो पता चला कि ये तस्कर न सिर्फ नकली slot resmi स्टिकरों का इस्तेमाल कर रहे हैं, बल्कि शराब भी नकली बेच रहे हैं.
इसके बाद आबकारी विभाग ने आर्मी की इंटेलीजेंस विंग से संपर्क किया और तस्करों को दबोचने की योजना बनाई. सहायक आयुक्त ने बताया कि आरोपी तस्कर नकली स्टिकर लगी शराब की बोतलों को आर्मी कैंटीन का उत्पाद बताकर बेचते थे. इसलिए दोनों विभागों की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर तीन तस्करों को अवैध शराब के साथ धर दबोचा. आरोपी प्रदीप पवार, अंकित वर्मा और हर्षवर्धन वर्मा के कब्जे से सीएसडी कैंटीन को दी जाने वाली संदिग्ध शराब भी जब्त की गई है. इन बोतलों पर नॉट फॉर सेल इन दिल्ली और सेल इन सीएसडी लिखा हुआ है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि प्रदेश में शराब का अवैध कारोबार करने वालों की slot gacor धरपकड़ी की जा सके.