रामनिवास रावत के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की अटकलें बीते एक पखवाड़े से लग रही थीं।
By Nai Dunia News Network
Publish Date: Tue, 30 Apr 2024 09:16:20 AM (IST)
Updated Date: Tue, 30 Apr 2024 02:51:36 PM (IST)
HighLights
- चंबल में कांग्रेस को दोहरा झटका
- विजयपुर में हुई सभा में मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सामने दोनों ने ली सदस्यता।
- चंबल की राजनीति में मंगलवार को बड़ा उलटफेर हुआ।
नईदुनिया प्रतिनिधि, श्योपुर, मुरैना। चंबल की राजनीति में मंगलवार को बड़ा उलटफेर हुआ। भाजपा ने कांग्रेस को दोहरा झटका देते हुए विजयपुर विधानसभा से छह बार के विधायक और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत के साथ मुरैना महापौर शारदा सोलंकी को अपने खेमे में मिला लिया। विधायक रावत व महापौर सोलंकी ने विजयपुर में हुई सभा में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के सामने भाजपा की सदस्यता ले ली।
गौरतलब है, कि रामनिवास रावत के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की अटकलें बीते एक पखवाड़े से लग रही थीं। पहले चर्चा थी, कि वह 25 अप्रैल को मुरैना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में भाजपा ज्वाइन करेंगे। इन चर्चाओं को तब विराम लग गया, जब रामनिवास रावत राधौगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह व कांग्रेस का प्रचार करने चले गए, लेकिन रावत ने तब भी खुलकर नहीं कहा, कि वह भाजपा में नहीं जा रहे।
बीते दाे दिन से यह चर्चाएं फिर जोरों पर थीं, जो मंगलवार को तब सही साबित हो गईं, जब विजयपुर में हुई सभा में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने रामनिवास रावत को भाजपा परिवार का सदस्य बताकर उन्हें भाजपा के चुनाव चिन्ह वाला गमछा पहना दिया। रावत के साथ ही मुरैना महापौर शारदा सोलंकी ने भी कांग्रेस को जोर का झटका दिया और बिना किसी को भनक लगे वह विजयपुर की सभा में पहुंचकर भाजपा में शामिल हो गईं। महापौर शारदा सोलंकी के भाजपा के जाने की चर्चाएं तीन महीने पहले भी खूब चलीं थीं, पर उस समय उन्होंने इसे अफवाह बताकर खारिज कर दिया।
LIVE: लोकसभा क्षेत्र मुरैना, जिला श्योपुर के विजयपुर में आयोजित जनसभा में सहभागिता #ModiKiGuarantee #AbakiBaar400Paar https://t.co/3Be7zaDei9
— Dr Mohan Yadav (Modi Ka Parivar) (@DrMohanYadav51) April 30, 2024
रावत से तीन विस का रावत समाज सधेगा, महापौर से अनुसूचित जाति का वोट
रामनिवास रावत को भाजपा में शामिल कराने के पीछे रावत समाज के वोट को भाजपा की ओर मोड़ना है। रावत का विजयपुर के अलावा श्योपुर और मुरैना जिले की सबलगढ़ विधानसभा के रावत समाज पर खासा प्रभाव है, इसे ऐसे समझिए, कि सबलगढ़, विजयपुर और श्योपुर विधानसभाओं में रावत समाज के ही विधायक हैं। रामनिवास रावत का समाज की समाज के वोट पर इतनी पकड़ है, कि वह 2018 के विस चुनाव में सबलगढ़ विधानसभा से टिकट भी मांग चुके हैं। उधर महापौर शारदा सोलंकी आने से मुरैना शहर के अलावा पूरी लोकसभा में अनुसूचित जाति का वोट को भाजपा साधने का प्रयास कर रही है। मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट पर सबसे अधिक पौने पांच लाख मतदाता अनुसूचित जाति के हैं, इसलिए महापौर का कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाना दोनों ही दलाें के लिए मायने रखता है।