पवन व वीरा ही कूनो के खुले जंगल में घूम रहे हैं। वीरा को 20 दिसंबर को और पवन को 21 दिसंबर को खुले जंगल में छोड़ा गया था। 4 मई से कूनो पार्क से बाहर घूम रही मादा चीता वीरा मुरैना जिले के पहाड़गढ़ क्षेत्र में डेरा डाले हुए है।
By Neeraj Pandey
Publish Date: Sat, 18 May 2024 06:42:12 PM (IST)
Updated Date: Sat, 18 May 2024 09:35:58 PM (IST)
HighLights
- कूनो से विचरण करती मादा चीता पहुंची ग्वालियर
- चीता ने तीन बकरियों का किया शिकार
- मुरैना पहाड़गढ़ के पास कई दिनों से डेरा
नईदुनिया प्रतिनिधि, श्योपुर : चार मई से कूनो पार्क से बाहर घूम रही मादा चीता वीरा मुरैना जिले के पहाड़गढ़ क्षेत्र से निकलकर अब ग्वालियर के सीमावर्ती भंवरपुरा गांव में पहुंच गई है। वहां वीरा ने तीन बकरियों का शिकार भी किया है। चीता ट्रैकिंग टीम व ग्वालियर वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। वहीं, कूनो प्रबंधन के अधिकारी अभी वीरा का रेस्क्यू करने से मना कर रहे हैं।
भंवरपुरा के रहने वाले धर्मवीर गुर्जर ने मादा चीता वीरा को सबसे पहले देखा और उनकी सूचना पर सरपंच शिव सिंह गुर्जर ग्रामीणों के साथ खेतों पर पहुंचे। चीता ने बकरी का शिकार किया था और एक मेड़ पर पेड़ की छांव में बैठी थी। सरपंच ने सूचना वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी। एक घंटे बाद वन विभाग ग्वालियर की टीम भंवरपुरा पहुंची। सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक चीता निडर होकर वहीं बैठी रही। इसकी जानकारी कूनो प्रबंधन को मिलने के बाद ट्रैकिंग टीम भी मौके पर पहुंची।
ट्रैकिंग टीम रख रही वीरा पर निगरानी
अब ग्वालियर वन विभाग व ट्रैकिंग टीम वीरा पर निगरानी रख रही है। शाम हो जाने की वजह से वीरा का रेस्क्यू नहीं किया गया है। संभवत रविवार को उसे ट्रैंकुलाइज कर कूनो पार्क लाया जाएगा। बता दें कि अभी चीता पवन व मादा चीता वीरा ही खुले जंगल में घूम रहे हैं। वीरा को 20 दिसंबर को और पवन को 21 दिसंबर को खुले जंगल में छोड़ा गया था। तब से वे दो-तीन बार कूनो की हद से बाहर जा चुके हैं।
ट्रैकिंग टीम निगरानी कर रही है। ग्रामीणों को डरने की जरूरत नहीं है। अभी वीरा का रेस्क्यू नहीं किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर करेंगे।
थिरूकुराल आर, डीएफओ, कूनो वन मंडल, श्योपुर