Sheopur News: कूनो वन वनमंडल के डीएफओ थिरूकुराल आर ने बताया कि सोमवार को पालपुर कूनो नेशनल पार्क में दिन का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास था।
By Kushagra Valuskar
Publish Date: Tue, 28 May 2024 02:34:08 AM (IST)
Updated Date: Tue, 28 May 2024 02:34:08 AM (IST)
HighLights
- चीतों व शावकों को लू लगने का खतरा।
- सोमवार को तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास था।
- कूनो के बाड़े में अभी 14 शावक व 11 चीते हैं।
नईदुनिया प्रतिनिधि, श्योपुर। गर्मी के सीजन में चीते और नन्हें शावकों को बचाना कूनो प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती है क्योंकि पिछले साल मादा चीता ज्वाला के 3 शावकों की मौत गर्मी के सीजन में लू आदि की वजह से हुई थी, कई वयस्क चीतों की मौत भी भीषण गर्मी में डिहाइड्रेशन सहित अन्य कारणों के चलते हुई थी, इसलिए बढ़ते तापमान के देखते हुए कूनो में पेड़ों व जमीन पर पाइपलाइन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
चीतों व शावकों को लू लगने का खतरा
कूनो वन वनमंडल के डीएफओ थिरूकुराल आर ने बताया कि सोमवार को पालपुर कूनो नेशनल पार्क में दिन का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास था और तेज, धूल भरी, झोंकेदार, गर्म और शुष्क, गर्म हवा चलने से चीतों व शावको को लू लगने का खतरा बना हुआ है। इसलिए चीतों को गर्मी की तपिश से बचाने के लिए पालपुर से सटी कूनो नदी से पानी उठाकर पाइपलाइन का जाल बिछाकर एसआरबी(बाड़े) के अंदर छिड़काव किया जा रहा है।
बाड़े में 11 चीते हैं
दो सौर पंपों (5 एचपी और 15 एचपी) द्वारा पानी उठाया गया और 5 किमी दूर तक सिंचाई की जा रही है। प्रत्येक एसआरबी में निर्मित ‘वाटर सासर्स और वाटर को अंदर सूखे नालों से उठाकर जमीन को गीला किया जा रहा है। इस उपाय से न केवल अतिरिक्त जल स्रोत तैयार हुआ, बल्कि नालों के किनारे के पेड़ भी हरे हो गए। ये ठंडे स्थान चीतों, विशेषकर शावकों वाली माताओं को इस चिलचिलाती गर्मी से बचा रहे हैं। कूनो के बाड़े में अभी 14 शावक व 11 चीते हैं। दो चीते खुले जंगल में घूम रहे हैं।