बड़ौदा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी ही पानी
पांच घंटे में चारों-तरफ पानी ही पानी
बता दें कि गुरुवार रात 9 बजे से शहर में शहर में झमाझम बारिश हो रही थी। शनिवार की रात 10 बजे से इतनी तेज बारिश शुरू हुई कि पांच घंटे में चारों-तरफ पानी ही पानी हो गया। शहर में अमराल नदी में अचानक पानी बढ़ने से गुप्तेश्वर महादेव मंदिर पर पूजा करने गए मंदिर के पुजारी बाढ़ में फंस गए। एसडीआरएफ टीम ने सड़क पर नाव चलाकर रेस्क्यू कर पुजारी को सुरक्षित बाहर निकाला।
बाढ़ में फसे गुप्तेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी को रेस्क्यू कर लाते एसडीआरएफ के जवान।
बड़ौदा में सबसे ज्यादा हालत खराब
बारिश से सबसे ज्यादा बाढ़ के हालात बड़ौदा में हुए। यहां 24 में घंटे हुई बारिश से सड़कों, घरों, स्कूलों, थाना और अस्पताल में पानी भर गया। 3 अगस्त 2021 को आई बाढ़ त्रासदी का याद कर लोग डर के मारे रातभर घरों की छतों पर बैठे रहे। बड़ौदा के बाजार में चार फीट तक पानी भर गया है। इससे दुकानों रखा सामान भीग गया।
सोंईकलां अमराल नदी में अपनी जान जोखिम में डालकर मवेशियों को पार पहुंचाते लोग।
सामान हटाने का समय ही नहीं मिला
दुकानदारों को सामान खाली करने का समय भी नहीं मिला। घरों में पानी भरने से कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। बड़ौदा में बड़ौदा-बारां हाइवे पर थाने के सामने पानी के बहाव से रोड कट जाने की वजह से आवागमन बाधित रहा। ऐसी स्थिति में वाहन चालकों को बस स्टैंड होकर गुजरना पड़ा। लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि राजू सुमन, नायब तहसीलदार मनीषा मिश्रा, आरआइ दिव्यराज धाकड़, पटवारी विनोद भूषण सहित स्थानीय लोगों ने काफी मेहनत की।
बड़ौदा में हालातों का जायजा लेते कलेक्टर, एसपी व अन्य अधिकारी।
38 छात्र-छात्राओं को रेस्क्यू कर पहुंचाया परीक्षा देने
पिछले दो दिन से हो रही बारिश के कारण बड़ौदा नगर में चारो तरफ पानी भर गया। चारों तरफ से निकलने के रास्ते बंद हो गए। ऐसे में 38 छात्र-छात्राएं ऐसे थे, जिनका आज सुबह 9 बजे से काॅलेज का पेपर था। चारों तरफ पानी भरने से छात्र-छात्राएं फंस गए। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर निकाला। इसके अलावा नगरपरिषद अध्यक्ष जनप्रनिधि सहित स्थानीय लोगों ने ट्रैक्टर की मदद से रेस्क्यू आपरेशन चलाकर छात्र-छात्राओं को परीक्षा देने के लिए काॅलेज पहुंचाया। रेस्क्यू कर कुल 38 छात्र-छात्राओं काे बाहर निकाला गया।
बच्चों की जान जोखिम में डालकर क्वारी नदी के पुल से चालक ने वाहन निकाला।
मानपुर में तीन महिलाओं को रेस्क्यू किया
मानपुर कस्बे में भी कुछ इलाके में पानी भर गया। इससे अस्पताल का रास्ता बंद हो गया। एसडीआरएफ की टीम वहां भी पहुंची और सेवापुर गांव अस्पताल में भर्ती सेवापुर निवासी गर्भवती महिला सुनीता मीणा और दो अन्य महिलाओं को उनके अटेंडरों के साथ रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। श्योपुर में भी सीप नदी के किनारे स्थित गुप्तेश्वर मंदिर पर निवासरत संत स्वामी केशवानंद बाढ़ में फंस गए थे, जिनका एसडीआरएफ की टीम द्वारा सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है।
बारिश से ओवरफ्लो हुआ बंजारा डैम।
दिनभर कटा रहा श्योपुर का कोटा से संपर्क
शनिवार को सुबह खाताैली पुल पर 5 से 6 फीट चल रहा था, जिससे श्योपुर का कोटा से संपर्क कट गया। दिनभर आवागमन बंद रहा , जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पार्वती नदी में जलस्तर घट रहा है। शाम 6 बजे खातौली पुल पर 4 फीट पानी था। अगले 4-5 घंटो में पानी पुल से नीचे उतरने की संभावना है, जिसके बाद कोटा-खातौली मार्ग को शुरू होने की उम्मीद है।
श्योपुर को राजस्थान से जोड़ने वाले पुल पर पानी आने से सड़क मार्ग बंद हो गया।
स्कूली बच्चों की जान जोखिम डालने वाले ड्राइवर पर एफआईआर दर्ज
विजयपुर के इकलौद के पास क्वारी नदी के पुल पानी का बहाव तेज होने के बाद भी उसमे स्कूल वैन को निकालने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने ड्राइवर पर मामला दर्ज किया है। वीडियों में साफ दिखाई दे रहा है कि, स्कूल वैन को ड्राइवर पानी में डूबे पुल से निकालने की कोशिश कर रहा था। लोगों ने उसे रोक दिया। इस मामले में ड्राइवर पर एफआईआर दर्ज हुई है। बच्चों की जान को जोखिम में डालने की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। ये वेन विजयपुर के गुरुकुल स्कूल की थी। कोटवार की शिकायत विजयपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।
कलेक्टर-एसपी पहुंचे बाढ़ के हालात देखने
जिले में शनिवार को बारिश से हुए बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है, कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड एवं एसपी अभिषेक आनंद दिनभर विभिन्न स्थानों पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया गया। इस दौरान उन्होंने राजस्थान एवं मध्यप्रदेश को जोड़ने वाले खातौली पुल पर पानी के जलस्तर का जायजा लिया तथा पुलिया पर पानी होने के चलते पुलिस बल को तैनात कर आवागमन रोका गया है। उन्होने जलालपुरा चौकी पर तैनात पुलिस अमले को निर्देश दिए कि खातौली पुल पर पानी उतरने के बाद ही आवागमन चालू किया जाए।
इनका कहना है
बीते दो दिन से हो रही बारिश के कारण बड़ौदा के कई इलाकों में पानी भर गया है। जानकारी मिलते ही पूरा प्रशासन व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला। मैंने पूरे समय मौके पर मौजूद रहकर हालातों का जायजा लिया। किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। सूंडी गांव पहुंचकर वहां स्थिति की जायजा लिया और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर लाकर उनके रहने, खाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
लोकेश कुमार जांगिड़, कलेक्टर श्योपुर