शुक्रवार- शनिवार को जिले भर में हुई झमाझम बारिश से नदी नाले उफान पर आए गए। बारिश से बससे ज्यादा स्थिति खराब बड़ौदा में हुई। बड़ौदा नगर में लोगों के घराें और दुकानों में पानी घुस गया जिससे उनको काफी नुकसान उठाना पड़ा। शनिवार और रविवार को बारिश नहीं हाेने से धीरे-धीरे स्थिति में सुधार हो रहा है। मौसम खुलने से भी लोगो ने राहत की सांस ली है।
By Suresh Vaishnav
Publish Date: Mon, 08 Jul 2024 01:42:18 PM (IST)
Updated Date: Mon, 08 Jul 2024 02:16:34 PM (IST)
HighLights
- पानी निकासी के लिए खोदी की सड़क की विभाग ने तत्काल कराइ मरम्मत
- मौसम खुलने से भी लोगो ने राहत की सांस ली है
- पार्वती नदी का जलस्तर घटने से रात 2 बजे आवागन शुरू हो सका
नईदुनिया प्रतिनिधि, श्योपुर। जिले में दो दिन तक हुई झमाझम बारिश से चारो-तरफ पानी हो गया। बड़ौदा व पार्वती नदी किनारे बसे सूंडी गांव टापू बन गए थे। बारिश का पानी खातौली पुल पर आने से श्योपुर- कोटा मार्ग बंद हो गया था, जो 18 घंटे बाद पानी उतरने पर रात 2 बजे शुरू हुआ। रविवार सुबह से ही श्योपुर- कोटा मार्ग पर वाहन चालू हो सके।
बता दें कि, शुक्रवार- शनिवार को जिले भर में हुई झमाझम बारिश से नदी नाले उफान पर आए गए। बारिश से बससे ज्यादा स्थिति खराब बड़ौदा में हुई। बड़ौदा नगर में लोगों के घराें और दुकानों में पानी घुस गया जिससे उनको काफी नुकसान उठाना पड़ा। शनिवार और रविवार को बारिश नहीं हाेने से धीरे-धीरे स्थिति में सुधार हो रहा है। मौसम खुलने से भी लोगो ने राहत की सांस ली है।
झमाझम बारिश से पार्वती नदी का जलस्तर से बढ़ने से शनिवार सुबह 7 बजे से खातौली पुल पर 5 फीट पानी होने की वजह से श्योपुर का कोटा, बारां से संपर्क कट गया था, जिससे वजह से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ी। पार्वती नदी का जलस्तर घटने से रात 2 बजे आवागन शुरू हो सका। रात की होने वजह से वाहन तो नहीं निकले वाहनों को निकलना तो रविवार सुबह से शुरू हुआ।
बडोदा में हुआ जीवन बेपटरी
बड़ौदा में आई बाढ़ ने लोगों का जीवन बेपटरी कर दिया। शनिवार शाम बाढ़ का पानी तो उतर गया। इसके बाद लोग जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश करते रहे। लोग अपनी गृहस्थी समेटने में जुटे रहे। सड़कों पर कीचड़ है। कई सड़कों का पानी पूरी तरह उतरा भी नहीं है। घरों के अंदर कीचड़ जमा है। लोग अपने घर का सामान और गृहस्थी समेटने में लगे रहे। दुकानों के अंदर पानी घुसने से सामाना में हुए नुकसान का देखकर दुकादार सिर पकड़कर किस्मत कोसते रहे। पानी उतरने के बाद रास्ते में छाेड़ गया लोग इसी कीचड़ में से होकर निकल रहे है।
बाढ़ का पानी उतरने के बाद हालात देखने पहुंचे पहुंचे
बाढ़ का पानी उतरने के बाद रविवार को तहसीलदार मनीषा मिश्रा ने नगर परिषद टीम के साथ वार्ड 4, 5, 12, 13 एवं 15 का भ्रमण कर जलभराव की स्थिति का आंकलन किया गया तथा नगरपरिषद की टीम एवं राजस्व टीम द्वारा नालों पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई, इसके साथ ही नगरपरिषद द्वारा नाले का सफाई कार्य भी किया गया, जिससे आगामी वर्षा में पुनः स्थिति निर्मित न हों।
सड़क की मरम्मत कराई आवागमन शुरू
झमझाम बारिश से बड़ौदा में बाढ़ के हालात हो गए थे, जिसे देखते हुए कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड के निर्देश पानी निकासी के लिए नगरपरिषद जेसीबी से श्योपुर- बारां हाइवे पर सड़क काे बीच में खुदवा दिया था, जिस वजह से हाइवे से आवागमन बंद हाे गया था। रविवार को खोदी गई सड़क को दुरूस्त कर आवागमन सुचारू कर दिया गया है। एमपीआरडीसी के प्रबंधक सुनील पुआरे ने बताया कि बडौदा-कुहाजापुर मार्ग सड़क को युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए दुरूस्त कर दिया गया है तथा इस मार्ग से यातायात शुरू हो गया है।
2.2 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज
जिले में 7 जुलाई को 2.2 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 07 जुलाई को विजयपुर में 5, वीरपुर में 6 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। इस वर्ष 01 जून से अभी तक जिले में कुल 283.86 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। श्योपुर, कराहल एवं बडौदा में पिछले 24 घंटे में वर्षा शून्य रही है।