खदान में भरे बारिश के पानी में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई। यह घटना ओछापुरा, श्योपुर की है। मरने वाले दोनों युवक रिश्ते में चाचा-भतीजे थे। घर में 15 दिनों से बिजली नहीं थी, जिस कारण दोनों खदान में भरे पानी में नहाने चले गए। इस वजह से में डूबने से दोनों की मौत हो गई।
By Paras Pandey
Edited By: Paras Pandey
Publish Date: Wed, 17 Jul 2024 10:07:50 PM (IST)
Updated Date: Wed, 17 Jul 2024 10:07:50 PM (IST)
HighLights
- ओछापुरा थाना क्षेत्र का मामला
- भतीजे को बचाने चाचा कूदा तो वह भी डूब गया
- खदान में डूबने से हुई मौत
नईदुनिया न्यूज, ओछापुरा, श्योपुर। खदान में भरे बारिश के पानी में नहाने गए चाचा-भतीजे की डूबने से मौत हो गई। भतीजे को बचाने के लिए कूदा चाचा भी डूब गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। गोताखोरों की मदद से पुलिस ने शवों को निकलवाया और पीएम करवाकर स्वजन को सौंपा।
स्वजन का आरोप है लाइट नहीं होने की वजह से घर में पानी नहीं था, इसलिए चाचा-भतीजे नहाने गए थे, अगर लाइट होती तो दोनों जिंदा होते। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ओछापुरा निवासी 17 वर्षीय रामअवतार पुत्र मंगीलाल माली व 12 वर्षीय धर्मेंद्र पुत्र गणेश माली आपस में एक ही परिवार के होकर चाचा-भतीजे हैं।
रामअवतार चाचा है और धर्मेंद्र भतीजा। दोनों चाचा भतीजे बुधवार सुबह 8:30 बजे बकरियों को लेकर गांव के बाहर नलजल योजना की टंकी के पास बनी खदान में भरे बारिश के पानी में नहाने गए थे, नहाते समय धर्मेंद्र डूब गया जब रामअवतार ने धर्मेंद्र को डूबते देखा तो उसे बचाने के लिए कूद गया।
खदान 15 फीट से अधिक गहरी होने के कारण दोनों चाचा-भतीजे डूब गए। जब इस बारे में वहां मौजूद छोटे बच्चों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने घर आकर बताया। स्वजन दौड़ते हुए खदान पर पहुंचे और उनको निकलने का प्रयास किया।
लेकिन खदान की गहराई अधिक हाेने के कारण गोताखोरों की मदद से दोनों के शव निकाले गए। पुलिस ने शव का बरामद कराने के बाद उनका पीएम कराकर स्वजन को सौंप दिया। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
एक साथ उठी चाचा-भतीजे की अर्थी
बताया गया है कि, शाम 5 बजे दोनों के शव का पीएम के होने के बाद पुलिस ने शव स्वजन को सौंप दिए। इसके बाद दोनों चाचा-भतीजों की अर्थी एक ही घर बनाई गई और दोनों को अंतिम संस्कार के लिए एक साथ ले जाया गया। शाम 6 बजे करीब दोनों का अंतिम संस्कार हुआ। इस घटना के बाद स्वजन का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है।
लाइट होती तो नहीं जाती जान
स्वजन का आरोप है कि, गांव में पिछले 15 दिन से लाइट नहीं आ रही है, जिस वजह से नलजल योजना की टंकी की खाली पड़ी है। पूरे गांव में लोगों को नहाने के लिए तो पानी के लिए पानी बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है।
घर में पानी नही होने की वजह से चाचा-भतीजे खदान में भरे बारिश के पानी में नहाने गए थे।
तभी उनके साथ ये घटना हो गया। बताया गया है कि मृतकों के खेतों पर 3-4 से बोरिंग लगी हुई है लाइट नहीं होने की वजह से चल नहीं पा रही है। जब लाइट रहती है तो ये अक्सर खुद की बोर पर ही जाकर नहाते थे।
मृतकों के स्वजन को 4-4 लाख सहायता राशि मिलेगी
विजयपुर एसडीएम बीएस श्रीवास्तव का कहना है कि खदान अवैध है, जिससे ग्रामीण अपनी जरूरत के हिसाब से पत्थर निकलते हैं। आगे इस तरह की घटना न हो इसके लिए इंतजाम कराएंगे और मृतकों को शासन की गाइडलाइन के हिसाब से 4-4 लाख रुपये दिए जा रहे हैं। दो साल पहले भी ओरछापुर के पास बड़ागांव में पत्थर खदान में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी।
खदान में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। पुलिस ने शव का पीएम कराने के बाद स्वजन को सौंप दिए हैं। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। – जयसिंह रघुवंशी थाना प्रभारी, ओछापुरा