EduCare न्यूज: IAS ऑफिसर ने दूसरे कैंडिडेट की जगह खुद दिया था IBPS-क्लर्क भर्ती एग्जाम; सॉल्वर गैंग से जुड़े थे, 10 साल बाद हुई सजा


  • Hindi News
  • Career
  • Ias Officer Gave Ibps Clerk Recruitment Exam In Place Of Another Candidate

55 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

IAS ऑफिसर नवीन तंवर को शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया गया है। तंवर 2019 बैच के IAS हैं। पिछले महीने उन्हें अपनी आइडेंटिटी फेक करने और गलत पहचान बताकर किसी और कैंडिडेट की जगह IBPS क्लर्क रिक्रूटमेंट एग्जाम देने के आरोप में तीन साल की सजा सुनाई गई थी। तंवर पेपर फ्रॉड केस में सॉल्वर गैंग में भी शामिल थे।

तंवर हिमाचल प्रदेश के चंबा में डिस्ट्रिक्ट रूरल डेवलपमेंट एजेंसी (DRDA) में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर के पद पर पोस्टेड थे।

तंवर हिमाचल प्रदेश के चंबा में डिस्ट्रिक्ट रूरल डेवलपमेंट एजेंसी (DRDA) में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर के पद पर पोस्टेड थे।

झांसी के युवक की जगह दिया था IBPS क्लर्क भर्ती का एग्जाम
तंवर ने 2014 में झांसी के रहने वाले अमित सिंह की जगह IBPS क्लर्क का एग्जाम दिया था। इस मामले में CBI के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट शिवम वर्मा ने तंवर पर 50,000 रुपए का जुर्माना भी लगाया है।

केस की सुनवाई के दौरान CBI कोर्ट ने तंवर को बेल की परमिशन दे दी थी। इस केस में आरोप तय होने के बाद उन्हें तीन साल की जेल की सजा हुई है। इसके बाद उन्हें सस्पेंड किया गया है।

हालांकि, लॉ डिपार्टमेंट ने ये क्लियर किया है कि अगर किसी ऑफिसर को 48 घंटे या उससे ज्यादा जेल होती है, तो उसे ऑटोमेटिकली सस्पेंडेड ही माना जाता है।

गाजियाबाद में दिया था एग्जाम, सॉल्वर गैंग का हिस्सा थे IAS ऑफिसर
नवीन तंवर उत्तर प्रदेश के नोएडा के रहने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने 2014 में 13 नवंबर को गाजियाबाद के आइडियल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी टेस्ट सेंटर में झांसी के रहने वाले अमित सिंह की जगह IBPS क्लर्क रिक्रूटमेंट का एग्जाम दिया था।

एग्जाम में फ्रॉड के सामने आने के बाद CBI ने मामले की जांच की और सॉल्वर गैंग को गिरफ्तार भी किया। सॉल्वर गैंग के 6 मेंबर्स में नवीन तंवर भी शामिल थे। 2019 में केस की सुनवाई के दौरान उनसे पूछताछ भी की गई।

2014 में CBI ने टेस्ट सेंटर पर नवीन तंवर को हिरासत में लिया
टेस्ट सेंटर पर CBI ने नवीन तंवर के साथ एक संदिग्ध कैंडिडेट सावन कुमार को हिरासत में लिया था। इनमें से तंवर ने अमित सिंह और सावन कुमार ने अजय पाल सिंह नाम के व्यक्ति की जगह एग्जाम दिया था। इस चीटिंग और फ्रॉड केस में सुग्रीव गुर्जर और हनुमत गुर्जर को भी हिरासत में लिया गया था।

इन दोनों ने दूसरे कैंडिडेट्स की पहचान का इस्तेमाल करने और उनकी जगह पेपर देने में उनकी मदद की थी। हालांकि, दोनों को बेल पर रिहा कर दिया गया था।

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Comment