JEE Mains में 70-90 परसेंटाइल के लिए टॉप NITs: पहले नंबर पर NIT सिलचर, दूसरे पर NIT जालंधर, लिस्ट में NIT भोपाल और रायपुर भी


1 घंटे पहलेलेखक: ऋचा श्रीवास्तव

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बीते दिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने JEE Mains सेशन 2 का रिजल्ट जारी किया। इस बार JEE Mains के अप्रैल सेशन के लिए जनरल कैटेगरी का कटऑफ परसेंटाइल 93.2362181 रहा। 2023 की तुलना में ये 2.45 पॉइंट ज्यादा है। ये JEE Advanced के लिए क्वालिफाइंग परसेंटाइल भी है। पिछले पांच सालों की तुलना में इस बार JEE Advanced के लिए क्वालिफाइंग परसेंटाइल सबसे ज्यादा रहा।

JEE Mains सेशन 1 में कुल 11,70,048 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था। वहीं, JEE Mains सेशन 2 का एग्जाम 10,67,959 स्टूडेंट्स ने दिया था। इनमें से कुल 2,50,284 स्टूडेंट्स इस साल JEE Advanced का एग्जाम देंगे। IITs में एडमिशन लेने के लिए JEE Advanced क्वालिफाई करना जरूरी है।

JEE Mains स्कोर के बेसिस पर देश के टॉप NITs नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एडमिशन ले सकते हैं। इस बार टॉप कॉलेज में जानेंगे ऐसे NITs के बारे में जहां आप लो JEE स्कोर के साथ एडमिशन ले सकते हैं..

1. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सिलचर (NIT)
NIT सिलचर में सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग जैसे इंजीनियरिंग के कुल 6 डिपार्टमेंट्स हैं। इसके अलावा मैथ्स, केमिस्ट्री, ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज और मैनेजमेंट स्टडीज जैसे कुछ और डिपार्टमेंट्स भी हैं।

कोर्सेज : यहां से इन सभी डिपार्टमेंट्स में BTech, MTech, MSc, MBA और PhD प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर BTech कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

NIT सिलचर की स्थापना 1967 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। 2002 में इसे NIT का स्टेटस मिला।

NIT सिलचर की स्थापना 1967 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। 2002 में इसे NIT का स्टेटस मिला।

2. डॉक्टर बी आर अम्बेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जालंधर
NIT जालंधर में बायोटेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रियल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और टेक्सटाइल इंजीनियरिंग जैसे 15 डिपार्टमेंट्स हैं। इसके अलावा सेंटर फॉर एनर्जी एंड एन्यायर्नमेंट और सेंटर फॉर कंटीन्यूइंग एजुकेशन जैसे सेंटर्स भी हैं।

कोर्सेज : यहां से इन सभी डिपार्टमेंट्स से BTech, BTech माइनर, MTech, MBA और MSc जैसे कोर्सेज कर सकते हैं। इसके अलावा PhD प्रोग्राम में भी एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर BTech कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं।

NIT जालंधर की स्थापना रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1987 में हुई थी। 2002 में इसे NIT का स्टेटस मिला।

NIT जालंधर की स्थापना रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1987 में हुई थी। 2002 में इसे NIT का स्टेटस मिला।

3. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली (NIT)
NIT दिल्ली में सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसे 6 डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : इन सभी डिपार्टमेंट्स में 4 सालों का BTech और 2 सालों के MTech प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं। इसके अलावा PhD प्रोग्राम में भी एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : BTech कोर्सेज में 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, MTech में एडमिशन लेने के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT दिल्ली की स्थापना 2010 में हुई थी।

NIT दिल्ली की स्थापना 2010 में हुई थी।

4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना (NIT)
NIT पटना में केम्सिट्री, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैथ्स और फिजिक्स जैसे 10 डिपार्टमेंट हैं।

कोर्सेज : यहां से इन सभी डिपार्टमेंट्स से BTech कर सकते हैं। इसके अलावा MTech, MURP, MTech + MURP, इंटीग्रेटेड MSc जैसे कोर्स कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : BTech कोर्सेज में 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, MTech में एडमिशन लेने के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT पटना की स्थापना 1886 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के तौर पर हुई थी। 28 जनवरी 2001 को इसे NIT का स्टेटस मिला था।

NIT पटना की स्थापना 1886 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के तौर पर हुई थी। 28 जनवरी 2001 को इसे NIT का स्टेटस मिला था।

5. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रायपुर (NIT)
NIT रायपुर में आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, बायो टेक्नोलॉजी, सिविल इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री, मैथ्स, ह्यूमैनिटीज, कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग जैसे 18 डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : इन सभी डिपार्टमेंट्स से BTech, MTech, MSc और PhD प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : BTech कोर्सेज में 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, MTech में एडमिशन लेने के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT रायपुर की स्थापना 2010 में हुई थी।

NIT रायपुर की स्थापना 2010 में हुई थी।

6. मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल
MANIT में आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, साइंस और मैनेजमेंट स्टडीज जैसे टोटल 5 डिपार्टमेंट्स हैं। इंजीनियरिंग में बायोलॉजिकल साइंस एंड इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैटेरियल्स एंड मेटलर्जीकल इंजीनियरिंग जैसी कुल 8 ब्रांच हैं।

कोर्सेज : इन सभी डिपार्टमेंट्स से BTech, MTech, MPlan, MCA, MBA और MA जैसे कोर्सेज कर सकते हैं। इसके अलावा PhD प्रोग्राम में भी एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : BTech कोर्सेज में 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, MTech में एडमिशन लेने के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

MANIT की स्थापना 1960 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। 2007 में इसे NIT का स्टेटस मिला था।

MANIT की स्थापना 1960 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। 2007 में इसे NIT का स्टेटस मिला था।

7. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, श्रीनगर (NIT)
NIT श्रीनगर में केमिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, मैथ्स, केमिस्ट्री जैसे 11 डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : इन सभी डिपार्टमेंट्स से BTech, MTech, MSc, MBA जैसे कोर्सेज कर सकते हैं। इसके अलावा PhD प्रोग्राम में भी एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : BTech कोर्सेज में 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, MTech में एडमिशन लेने के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT श्रीनगर की स्थापना रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1960 हुई थी। 2003 में इसे NIT का स्टेटस दिया गया।

NIT श्रीनगर की स्थापना रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1960 हुई थी। 2003 में इसे NIT का स्टेटस दिया गया।

8. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गोवा (NIT)
NIT गोवा इंजीनियरिंग, एप्लाइड साइंसेज जैसे डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : इन डिपार्टमेंट्स से BE, BTech, MTech जैसे प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : BTech कोर्सेज में 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, MTech में एडमिशन लेने के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT गोवा की स्थापना 2010 में हुई थी।

NIT गोवा की स्थापना 2010 में हुई थी।

9. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, अगरतला (NIT)
NIT अगरतला में बायो इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, फिजिक्स, केमिस्ट्री जैसे 13 डिपार्टमेंट्स हैं।

NIT अगरतला की स्थापना त्रिपुरा इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1965 में हुई थी। इसे 2006 में NIT का स्टेटस मिला।

NIT अगरतला की स्थापना त्रिपुरा इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1965 में हुई थी। इसे 2006 में NIT का स्टेटस मिला।

कोर्सेज : इन सभी डिपार्टमेंट्स से BTech, MTech जैसे प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : BTech कोर्सेज में 12वीं के बाद JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, MTech में एडमिशन लेने के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

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